क्या आप जानना चाहते हैं कि अंतरिक्ष स्टेशन आपके शहर के ऊपर
कब गुजरेगा? आप इस साइट पर साइन-अप करें
https://spotthestation.nasa.gov/sightings/index.cfm
आपको यह जानकारी देने वाला ईमेल मिलेगा।
इस अद्भुत वाहन के बारे में पढ़ने के लिए आप इस साइट पर जाएं
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन को हमारे सिर के ऊपर गुजरते देखने में
क्या खास है? अतीत में, कई लोगों का मानना था कि गृह भगवान/देवता
हैं और मनुष्य के जन्म पर आकाश में उनका जो स्थान होगा उसी
अनुसार मनुष्य की किस्मत का निर्णय होता था|
क्या खास है? अतीत में, कई लोगों का मानना था कि गृह भगवान/देवता
हैं और मनुष्य के जन्म पर आकाश में उनका जो स्थान होगा उसी
अनुसार मनुष्य की किस्मत का निर्णय होता था|
अब, हम स्टील और एल्यूमीनियम से एक अंतरिक्ष स्टेशन का निर्माण कर सकते हैं, जैसे
हम हवाई जहाज़ बनाते हैं। हम इसे दुनिया भर में घूमने फिरने के लिए लॉन्च कर सकते हैं।
यह लोगों को तेज गति वाले ग्रह की तरह दिखाई देगा। ये स्टेशन आम तौर पर काफी बड़े होते हैं |और छः लोगों के लिए एक वर्ष तक अंतरिक्ष में यात्रा करने के लिए पर्याप्त होते हैं | अंतरिक्ष स्टेशन पृथ्वी का लगभग ९० मिनट में एक चक्कर लगाएगा। इसलिए, एक वर्ष में, अंतरिक्ष यात्री 5,000 से अधिक बार पृथ्वी का चक्कर लगा सकते हैं।
हम हवाई जहाज़ बनाते हैं। हम इसे दुनिया भर में घूमने फिरने के लिए लॉन्च कर सकते हैं।
यह लोगों को तेज गति वाले ग्रह की तरह दिखाई देगा। ये स्टेशन आम तौर पर काफी बड़े होते हैं |और छः लोगों के लिए एक वर्ष तक अंतरिक्ष में यात्रा करने के लिए पर्याप्त होते हैं | अंतरिक्ष स्टेशन पृथ्वी का लगभग ९० मिनट में एक चक्कर लगाएगा। इसलिए, एक वर्ष में, अंतरिक्ष यात्री 5,000 से अधिक बार पृथ्वी का चक्कर लगा सकते हैं।
भारत ने दो या तीन वर्षों के भीतर अपना खुद का अंतरिक्ष स्टेशन बनाके लांच करने का
फैसला किया है। यह एक मूल्यवान स्थान होगा जहाँ से वैज्ञानिक पृथ्वी का अध्ययन कर सकेंगे।
श्रीनिवासन रमणी हिंदी संपादन: एम वी रोहरा
The English version of this article is available at obvioustruths.blogspot.in